जीवन में अनेक घटनाएं ऐसी होती हैं जो हमें अथवा हमारे नैतिक मूल्यों
को परखने का काम करती हैं । हम समझते हैं कि ये कोई संकट आन पड़ा है
लेकिन वास्तव में वह संकट नहीं ऊर्जा का स्रोत होता है जो हमें और भी
मजबूत व जुझारू बनाता है परिस्थितियों का सामना करने के लिए..........
आज पूरी मानवता ही संकट में दिख रही है लेकिन सिर्फ़ दिख रही है,
है नहीं ........क्योंकि परमात्मा ने हमें इतना सामर्थ्य दिया है कि हम हर
संकट से निजात पा सकते हैं
ईश्वर सबका भला करे...........
इसी शुभकामना के साथ आइये , आज के दिन की शुरुआत करें..........
-मुकेश खोरडिया
वास्तव में वह संकट नहीं ऊर्जा का स्रोत होता है
Posted by
Mukesh Khordia
Sunday, September 6, 2009
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